मंगलवार, 13 मई 2014

दिल्ली .................दिल से



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कभी कभी जब बाहर घुमक्कडी करने के लिये समय न मिले तो अपने आसपास के स्थानों को भी देख आना चाहिये ! 1 मई को पत्नी को एम्स के डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिये भर्त्ती तो कर लिया लेकिन ऑपरेशन नही किया ! 2 मई भी इसी इंतज़ार में चला गया और जब ये पता चला कि अब सोमवार यानि 5 मई को ही ऑपरेशन हो सकेगा तो उठाया अपना कैमरा और निकल लिया दिल्ली के दिल देखने ! बहुत तेज धूप थी, असहनीय ! दिल्ली में ठण्ड भी कड़ाके की पड़ती है और गर्मी भी कड़ाके की ! लेकिन जब जाना  है तो जाना ही है ! 
आदम खान का मकबरा :

मोबाइल में मैप देखा तो महरौली इलाके में स्थित आदम खान का मक़बरा ज्यादा नजदीक लगा ! यानि क़ुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन पर उतरकर थोड़ा ही पैदल चलना पड़ेगा ! मैट्रो स्मार्ट कार्ड हमेशा ही पॉकेट में होता है , तो न टिकेट के लिये लाइन में लगने की दिक्कत और न कोई इंतज़ार ! क़ुतुब मीनार मैट्रो स्टेशन पहुँचकर बाहर निकला और पता किया तो असलियत समझ आई कि बेटा इतना भी नजदीक नहीं है कि तुम आदम खान के मक़बरे तक पैदल चले जाओ ! और वो भी इतनी गर्मी में ! खैर क़ुतुब मीनार तक बस ले ली पाँच रूपये किराया लगा और फ़िर पैदल पैदल ही निकल लिया आदम खान का मक़बरा देखने ! 

 

आदम खान का मकबरा अगर कहा जाये तो क़ुतुब मीनार के बिल्कुल पीछे है लेकिन वहां तक आने का कष्ट न सैलानी करते हैं और न भारत सरकार का एएसआइ ! इसलिए क़ुतुब मीनार जितना सुन्दर लगता है आदम खान का मकबरा उतना  ही गंधियाता है ! 
किसी के एक आँसू पर हज़ार दिल धड़कते हैँ
किसी का उम्र भर रोना यूं ही बेकार जाता है !!

इतिहास में थोड़ी सी भी रुचि रखने वाले जानते हैं कि आदम खान , महामंगा का बेटा और अकबर का सिपहसालार था ! लेकिन जब आदम खान ने अकबर के विश्वस्त अतगा खान की हत्या कर दी तो अकबर ने उसे दो बार छत से फैंक कर मारने का फरमान जारी कर दिया ! और ये खबर अकबर ने स्वयं महामंगा को सुनाई ! इस खबर के बाद महामंगा भी 40 दिन के बाद स्वर्ग सिधार गयी ! 
ये मक़बरा , दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित विश्व प्रसिद्ध कुतुबमीनार के उत्तर में स्थित है ! ज्यादातर स्थानीय लोग इसे भूलभुलैया के नाम से भी जानते हैं ! सन 1561 ईस्वी में बने इस मकबरे में ही आदम खान और उस की माँ महामंगा की कब्रें बनाई गईं ! 

लेकिन सन 1830 में एक ब्लैक नामक अँगरेज़ ने मकबरे को अपना निवास बना लिया और कब्रों को वहाँ से हटवा दिया , जिस जगह पर आदम और महामंगा की क़ब्रें हुआ करती थीं उस जगह को ब्लैक  ने डाइनिंग हॉल बना लिया ! ब्लैक की मौत के बाद भी ये मक़बरा कभी पुलिस थाने के रूप में और कभी डाकखाने के रुप में प्रयोग में लाया जाता रहा ! आखिर लार्ड कर्जन के आदेश के बाद इस जगह को ख़ाली किया गया और आदम खान की कब्र को वापस लाया गया ! लेकिन महामंगा की कब्र कभी नही आई !


आदम खान का मक़बरा

आदम खान का मक़बरा

आदम खान का मक़बरा , दूसरे कौण से

आदम खान का मक़बरा , दूसरे कौण से

आदम खान के मक़बरे का बाहरी हिस्सा

आदम खान के मक़बरे का अंदरूनी हिस्सा

कुतुब काम्प्लेक्स में पहले कभी समय बताने वाला डायल


कुतुब काम्प्लेक्स में पहले कभी समय बताने वाला डायल


आदम खान के मक़बरे से दिखाई देता कुतुबमीनार


शाम के समय में कुतुबमीनार का सुन्दर चित्र

आदम खान के मक़बरे से दिखाई देता कुतुबमीनार


शाम के समय में कुतुबमीनार का सुन्दर चित्र

14 टिप्‍पणियां:

RAKESH KUMAR SRIVASTAVA 'RAHI' ने कहा…

सुंदर चित्र एवं रोचक जानकारी.

Unknown ने कहा…

बहुत ही रोचक व अप्रचारित जानकारी. एतदर्थ हार्दिक बधाई व शुभकामनायें.

साथ में एक शिकायत कि पत्नी के औपरेशन व स्वास्थ्यलाभ की जानकारी (एक सन्दर्भ के बाद फिर कहीं नहीं है.

Yogi Saraswat ने कहा…

बहुत बहुत आभार श्री राकेश श्रीवास्तव जी ! संवाद बनाये रखियेगा ! धन्यवाद

Yogi Saraswat ने कहा…


अभी ठीक हैं और आराम बताया है तो आराम कर रही हैं आदरणीय श्री शर्मा जी ! आपने मेरे शब्दों को आशीर्वाद प्रदान किया बहुत बहुत आभार एवम धन्यवाद आप्का !

दिगम्बर नासवा ने कहा…

आदम खान के मकबरे को बाखूबी सब्दों में संजोया है ...रोचक ...

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

प्रिय योगी जी बहुत सुन्दर यात्रा वृत्तांत यादें ताजा हो गयीं दिल्ली जाने पर मै भी ऐसे ही यत्र तत्र घुमक्क्ड़ बन जाता हूँ सुन्दर छवियाँ भी ..ज्ञानवर्धक भी
भ्रमर ५

Yogi Saraswat ने कहा…

बहुत बहुत आभार श्री दिगम्बर जी ! संवाद और सहयोग बनाये रखियेगा ! धन्यवाद

Yogi Saraswat ने कहा…


बहुत बहुत आभार श्री भ्रमर जी ! दिल्ली में इतनी जगह हैं घूमने के लिए कि मन भरता ही नहीं ! मेरे शब्दों तक आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ! संवाद और सहयोग बनाये रखियेगा ! धन्यवाद

बेनामी ने कहा…

wah wah yogi ji mai bhi Delhi me rhta hu pur abhi tak jo apne Delhi ke darsanya stan ki jankari di to mai bhi samay pakar in jagho ko jarur dekhne ka prayas karunga ,Dhanyabad.

Yogi Saraswat ने कहा…

bahut bahut aabhaar aapka mitravar ! swagat hai aapka ! bilkul dilli dekhne laayak hai ismein koi shak nahi

The Mukhtiars ने कहा…

Nice Pictures

Yogi Saraswat ने कहा…

thanks a lot mr. Mukhtiar saab ! pl. keep visiting

संजय भास्‍कर ने कहा…

सुंदर चित्र एवं रोचक जानकारी.... सुन्दर यात्रा वृत्तांत

Yogi Saraswat ने कहा…

बहुत बहुत आभार श्री संजय भास्कर जी ! संवाद बनाये रखियेगा ! अतिशय धन्यवाद